Bhagvad Gita - Lesson 10 - Suggested Answers

Lesson #10 - Answers

 

Q1. What is Varnashrama ?
A) There are four Varn and four ashrama.The vavnashrama religion’s principles were so designed that the good population would prevail in society for the general spiritual progress of state and community.

2. What is Garbodhan samskar ?
A)When husband and wife desire for a good child they worship to Lord and do yagya this is called Garbodhan Sanskar.

3. Why is Pinda done ?
A) According to shastras, periodically food and water are offered to the forefathers of her family. Food which is offered to Lord Vishnu, the same becomes prasadam for the forefathers, which deliver them from all their singular action.

4. What happens when we follow Sanatan Dharma ?
A)When one follows the principals of Varnashram Dharma and adheres to the concept of soul being a part and parcel of the Supersoul it is understood to be following Sanatan Dharma. Following Sanatan Dharma helps in achieving the ultimate goal of life that is going back home, back to Godhead.

5. Who is fit to receive the knowledge of Bhagavad Gita?
A) All those human beings who are kind hearted and compassionate towards the other living beings in the world are fit to receive the knowledge of Bhagavad Gita.

 

१.वर्णाश्रम क्या है?

वर्णाश्रम भगवान द्वारा बनाया गया हैं जिसमें चारों वर्णों (ब्राह्मण,क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र) एवं चारों आश्रमों (ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास) के बारे में बताया गया है।
वर्णाश्रम मनुष्यों को पशु - स्तर से ऊपर उठाने के लिए भगवान कृष्ण ने रचना की जिससे मानव जीवन में शान्ति, सुख, समृद्धि, अतद्यामिक मुलियो की उपलब्धियां तथा कृमिक रूप से कृष्णा भावनामृत विकसित हो

२. गर्भाधान संस्कार किसे कहते हैं?
पति और पत्नी द्वारा अच्छी संतान प्राप्ति के लिए किया जाने वाला पहला संस्कार गर्भाधान संस्कार कहलाता हैं।

३.पिण्ड दान क्यों किया जाता हैं?
पिण्ड दान हमारे पितरों को कष्ट से मुक्ति दिलाने के लिए किया जाता हैं।यह दान विष्णु पूजा द्वारा किया जाता हैं।

४.सनातन धर्म का पालन करने से क्या होता हैं?
सनातन धर्म का पालन करने से समाज सुचारू रूप से चलेगा एवं व्यवस्थित हो जायेगा।

५.भगवद गीता का ज्ञान प्राप्त करने के लिए कौन सबसे उपयुक्त है?
जो दयालु और करुणामय हो वही यह ज्ञान प्राप्त करने के लिए सबसे उपयुक्त है। जैसे अर्जुन।